( शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक )

AnandShastri
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शिव स्तुति

जय शम्भूनाथ दिगंबरम् ,जय शम्भूनाथ दिगंबरम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।2।।
भवतारणम् भयहारणम् , भवतारणम् भयहारणम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
मृगछाल अंग शुशोभितम् , करमाल दंड बिराजितम् ।।1।।
यमकाल पासबिमोचकम् , यमकाल पासबिमोचकम् ।। करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
जय शम्भूनाथ दिगंबरम् ,जय शम्भूनाथ दिगंबरम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
गलरूण्डमाल कपालब्याल , तनभस्म शोभित सुन्दरम् ।।
तवशक्ति अंग शुशोभितम् , तवशक्ति अंग शुशोभितम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
जय शम्भूनाथ दिगंबरम् ,जय शम्भूनाथ दिगंबरम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
हे दक्क्षयग्ज्ञ बिनाशकम् , हे कामदाहन कारणम् ।।
श्री गणेशस्कंद नमस्कृतम् , श्री गणेशस्कंद नमस्कृतम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
जय शम्भूनाथ दिगंबरम् ,जय शम्भूनाथ दिगंबरम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
हे आशुतोष शशांकशेखर , चन्द्रमौलिमृतुंज्जयम् ।।
तवपादकमल नमाम्यहम् , तवपादकमल नमाम्यहम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
जय शम्भूनाथ दिगंबरम् ,जय शम्भूनाथ दिगंबरम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
भवतारणम् भयहारणम् , भवतारणम् भयहारणम् । करूणाकरं जगदीश्वरम् ।।
कृतेन अनेन अद्यदिने शिवस्तोत्रपाठाख्येन , कर्मणा-कर्मणा धिश्वर भवानीशंकर , महारूद्र महामृत्युञ्जय , श्री भगवत् केदारेश्वर चरणारविन्दं प्रियतां नममः , श्री साष्टाङ्ग शिवार्पण मस्तु शिवादैः इदम् नममः , श्री साष्टाङ्ग जगदम्बार्पण मस्तु अम्बाः प्रियताम् नमम्ः , हरहः ओम् तत्सत् , हरहः ओम् तत्सत् , हरहः ओम् तत्सत् ।।

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