🌺 दिव्य तेरा दरबार 🌺
दिव्य तेरा दरबार — माता के नौ/दस/बारह रूपों का भजन-शृंगार। इसे श्रद्धा से गाकर देवी की स्तुति की जाती है। आप इसे नवरात्रि या देवी पूजन के अवसर पर पाठ कर सकते हैं।
🕉️ भजन — दिव्य तेरा दरबार
दिव्य तेरा दरबार है देवी, दिव्य तेरा दरबार ।। २
पहली शैलपुत्री कहलावे, दिव्य तेरा दरबार ।। २
द्वितीय ब्रह्मचारीणी कहलावे, दिव्य तेरा दरबार ।। २
तृतीय चन्द्रधण्टा कहलावे, दिव्य तेरा दरबार ।। २
चौथा कुष्मांडा कहलावे, दिव्य तेरा दरबार ।। २
पञ्चम स्कंदमाता तेरा नाम, दिव्य तेरा दरबार ।। २
षष्ठं कात्यायनी माँ दुर्गा, दिव्य तेरा दरबार ।। २
सप्तं कालरात्री जगजननी, दिव्य तेरा दरबार ।। २
अष्टम महागौरी शितलता, दिव्य तेरा दरबार ।। २
नवमं सिद्धिदात्री चैव, दिव्य तेरा दरबार ।। २
हिमालये तु पुत्री रूपा, दिव्य तेरा दरबार ।। २
मस्तक अर्ध चन्द्रमा विराजे, दिव्य तेरा दरबार ।। २
📘 भावार्थ (संक्षेप)
यह भजन देवी के विभिन्न रूपों का सुंदर वर्णन है — शैलपुत्री से लेकर सिद्धिदात्री तक। नवरात्रि या रोज़ सुबह-शाम इस भजन का पाठ करने से आत्मिक शांति और शक्ति की प्राप्ति होती है।
🔔 प्रयोग का सुझाव
नवरात्रि में प्रतिदिन २ या ३ बार इस भजन का गायन/पाठ करें। दीपक और अराधना के साथ करें तो फल अत्यंत शुभ होता है।
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