🙏 बालाजी आरती (Om Jai Hanumat Veera) 🙏
(1)
ओम जय हनुमत वीरा,स्वामी जय हनुमत वीरा ।
संकट मोचन स्वामी,तुम हो रनधीरा ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
संकट मोचन स्वामी,तुम हो रनधीरा ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
(2)
पवन पुत्र अंजनी सूत,महिमा अति भारी ।
दुख दरिद्र मिटाओ,संकट सब हारी ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
दुख दरिद्र मिटाओ,संकट सब हारी ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
(3)
बाल समय में तुमने,रवि को भक्ष लियो ।
देवन स्तुति किन्ही,तुरतहिं छोड़ दियो ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
देवन स्तुति किन्ही,तुरतहिं छोड़ दियो ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
(4)
कपि सुग्रीव राम संग,मैत्री करवाई।
अभिमानी बलि मेटयो,कीर्ति रही छाई ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
अभिमानी बलि मेटयो,कीर्ति रही छाई ॥
॥ ओम जय हनुमत वीरा..॥
(अर्थ)
हनुमान जी की यह आरती (ॐ जय हनुमत वीरा) भक्तों के संकट और भय को दूर करती है । श्रद्धा और विश्वास से आरती करने पर भगवान बालाजी कृपा करते हैं और साहस व शक्ति प्रदान करते हैं।
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